मुर्गों की लड़ाई
यह एक प्रतीकात्मक कथा है जो समाज की मानसिकता, हिंसा की प्रवृत्ति और इंसानी फितरत पर तीखा व्यंग्य करती है। इस कहानी में मुर्गों की लड़ाई केवल एक खेल नहीं, बल्कि मर्दानगी, प्रतिष्ठा और सामाजिक वर्चस्व का प्रतीक बन जाती है। जैसे-जैसे लड़ाई आगे बढ़ती है, कहानी मानव समाज की आंतरिक क्रूरता और मनोरंजन के नाम पर होने वाली हिंसा को उजागर करती है। कामिल की भाषा सरल होते हुए भी बेहद प्रभावशाली है, और कहानी गहरे सामाजिक-सांस्कृतिक संदेश छोड़ती है।
August 08, 2025