यहां आप विश्व साहित्य को हिन्दी भाषा में पढ़ सकते हैं। हमारा यह मानना है कि हिन्दी भाषा में कुछ वैकल्पिक विचारों को रखने की ज़रूरत है क्योंकि हिन्दी समाज का आधुनिकीकरण और विकास तभी पूर्ण रूप से हो सकता है जब हम विभिन्न तरहों की सोच को अपने अंदर सम्मिलित करें।