जॉर्ज लुइस बोर्गेस
जॉर्ज लुइस बोर्गेस

जॉर्ज लुइस बोर्गेस का शुमार अर्जेंटीना के स्पेनिश-भाषा साहित्य के प्रमुख व्यक्तियों में किया जाता है। वह लघु-कथा लेखक, निबंधकार, कवि और अनुवादक थे। 1940 के दशक में प्रकाशित उनकी प्रमुख पुस्तकों में ‘फिकियन्स’ (काल्पनिक) और ‘एल अलेफ’ (द एलेफ) आम विषयों से जुड़े लघु कथाओं के संकलन हैं। इनमें सपने, भूलभुलैया, दर्शन, पुस्तकालय, दर्पण, काल्पनिक लेखक और पौराणिक कथाएं शामिल हैं। बोर्गेस की रचनाओं ने दार्शनिक साहित्य और फंतासी शैली में योगदान दिया है। कुछ आलोचकों ने 20वीं शताब्दी के लैटिन अमेरिकी साहित्य में जादुई यथार्थवादी आंदोलन की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए बोर्गेस के लेखन को ही शुरुआती संकेत माना है। 1986 में लेखक की मृत्यु के बाद न्यू यॉर्कर में लिखने वाले मैक्सिकन कवि और निबंधकार ओक्टेवियो पाज़ ने बार्गेस को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा: ‘उन्होंने तीन शैलियों में रचना की: निबंध, कविता और लघु कहानी। विभाजन मनमाना है। उनके निबंध कहानियों की तरह पढ़े गए, उनकी कहानियां कविताएं हैं और उनकी कविताएं हमें ऐसा लगता है कि मानो वे निबंध हैं।’.