अराजकतावाद और संगठन: वामपंथियों के नाम एक पत्र
यह लेख प्रारम्भतः “क्रांति के संघर्ष और कालों के स्वतंत्रता आंदोलन के संदर्भ में अराजकतावादियों और व्यक्तिवादियों के ऊपर ह्युई न्यूटन की टिप्पणी” में अराजकतावादियों पर हुए हमले के जवाब में लिखा गया था। इस में बताया गया है कि अराजकतावादी संगठन के खिलाफ नहीं हैं। मगर, जैसा कि उनके नाम से स्पष्ट है, वे राज के खिलाफ हैं, किसी का भी किसी के ऊपर राज। उनके हिसाब से हर व्यक्ति अपने खुद के ऊपर राज करने के योग्य होता है और इसलिए किसी का भी किसी दूसरे के ऊपर राज करना नैतिक तौर से गलत है।
February 04, 2023